दोस्तों पिछले post में हमने dc machine के बारे में जाना था कि dc machine क्या होती हैं ? Dc machine की संरचना कैसे होती है । Dc machine कैसे कार्य करती है? अगर आपने उस post को अभी तक नही पढ़ा है तो यहाँ पर click करके उस पोस्ट को जरूर पढ़े ।
- Magnetic field system (Stationary part)
- Coil system (Rotating part)
Magnetic field system( Stationary part)
- Yoke
- Field magnet
Yoke
- Yoke field magnet द्वारा उत्पन्न magnetic flux के लिए low reluctance path उत्पन्न करता है ।
- यह magnetic field के लिए आधार प्रदान करता है।
- यह मशीन के आंतरिक भागों को बाहरी चोट से भी बचाता है ।
Field magnet
Pole Core
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Pole Shoe-
यह जूते के आकार का होता है । छोटी मशीनों में यह भी कास्ट iron का बना होता है । परंतु सामान्यतः इसे भी वार्निश विद्युत रोधन द्वारा परस्पर विद्युतरोधित , उच्च सिलिकन स्टील की पतली पतली पट्टियों से मिलाकर बनाया जाता है ।
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यह पोल कोर की सतह पर फैला रहता है । यह मशीन के लिए निम्नलिखित कार्य करता है–
- यह magnetic path का reluctance को कम करता है ।
- यह field coil को थामे रखता है ताकि जब भी machine चले तो उसके झटके से field coil नीचे न गिरे यह पोल कोर के नीचे लगा होता है ।
- Pole shoe काफी फैला हुआ भाग होता है इस लिए pole द्वारा उत्पन्न फ्लक्स को armature के काफी बड़े क्षेत्र में फैलाता है ।
3. Field winding
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Dc machine में Electromagnetic poles का उपयोग क्यों किया जाता है?
दोस्तों जैसा कि हमे पता है कि electromagnetic poles का उपयोग magnetic field उत्पन्न करने के लिए किया जाता है क्योंकि किसी भी dc machine को कार्य करने के लिए magnetic field की आवश्यकता होती है । इनकी winding में electric supply दे कर चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न किया जाता है ।
दोस्तो सवाल यहाँ पर यह नही है कि dc machine को कार्य करने के लिए चुम्बकीय क्षेत्र की आवश्यकता पड़ती है । सवाल यह है कि magnetic field बनाने के लिए electro magnetic poles का ही क्यों उपयोग किया जाता है?
तो दोस्तों magnetic field बनाने के लिए हमारे पास दो तरीके होते हैं.
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Magnetic field system |
- Permanent magnet
- Electro-magnetic poles
छोटी dc मशीनों में चुम्बकीय क्षेत्र बनाने के लिए permanent magnet का उपयोग किया जाता है लेकिन बड़ी मशीनों में magnetic field बनाने के लिए electro-magnetic poles का उपयोग किया जाता है। ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि permanent magnet की चुम्बकीय क्षमता समय के साथ धीरे धीरे कम हो जाती है और एक समय के बाद चुम्बकीय क्षमता एकदम कम हो जाती है जिसके कारण machine की speed धीरे हो जाती है या तो मशीन चलना बंद हो जाती है। पुनः machine को चलाने के लिए permanent magnet को change करके नया लगाना पड़ता है । जोकि बहुत महंगी पड़ती है। इस समस्या से बचने के लिए Electro-magnetic poles का उपयोग किया जाता है
Electro-magnetic poles बनाने के लिए pole कोर पर इंसुलेटेड copper wire की winding करके उसमें electric supply दिया जाता है । बायो-सेवर्ट नियम के अनुसार जब किसी conductor में electric supply दिया जाता है तो उसके चारों तरफ चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है । इसी नियम का उपयोग करके dc machine में स्थायी चुम्बकीय क्षेत्र बनाने के लिए field coil में टर्मिनल की सहायता से dc supply दिया जाता है जिसके कारण main magnetic poles में N और S पोल स्थापित हो जाता है। N pole से चुम्बकीय बल रेखाये S pole की ओर जाने लगती हैं । इस प्रकार electro-magnetic poles में चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है।
दोस्तों आशा करता हूं कि यह post आपको dc machine के stationary part को समझने में काफी help किया होगा।
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